श्री हनुमान चालीसा: एक आध्यात्मिक मार्गदर्शक

श्री हनुमान चालीसा हिंदू धर्म में सबसे लोकप्रिय और महत्वपूर्ण प्रार्थनाओं में से एक है। यह भगवान हनुमान को समर्पित है, जो भगवान राम के सबसे वफादार भक्त हैं। चालीसा में, हनुमान के गुणों और शक्तियों की प्रशंसा की जाती है। यह एक शक्तिशाली आध्यात्मिक मार्गदर्शक के रूप में भी कार्य करता है, जो भक्तों को अपने जीवन में कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना करने में मदद करता है।

चालीस के बारे में

श्री हनुमान चालीसा चौबीस चौपाइयों और दो दोहों से मिलकर बनी है। प्रत्येक चौपाई में, हनुमान के एक गुण या शक्ति की प्रशंसा की जाती है। दोहे चालीसा को शुरू और समाप्त करते हैं।

चालीस के महत्व

श्री हनुमान चालीसा हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण प्रार्थना है। यह भगवान हनुमान की भक्ति औ



र आशीर्वाद प्राप्त करने का एक तरीका है। चालीसा को नियमित रूप से पढ़ने से भक्तों को अपने जीवन में निम्नलिखित लाभ प्राप्त हो सकते हैं:

  • आध्यात्मिक शक्ति और ज्ञान में वृद्धि
  • नकारात्मक ऊर्जाओं से रक्षा
  • कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना करने में मदद
  • सकारात्मक सोच और दृष्टिकोण को बढ़ावा

चालीस कैसे पढ़ें

श्री हनुमान चालीसा को किसी भी समय और किसी भी स्थान पर पढ़ा जा सकता है। हालांकि, इसे सुबह जल्दी या रात को सोने से पहले पढ़ना सबसे अच्छा माना जाता है। चालीसा को ध्यान से और पूरी श्रद्धा के साथ पढ़ना चाहिए।

चालीस का उपयोग

श्री हनुमान चालीसा को विभिन्न उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जा सकता है। इसे एक आध्यात्मिक मार्गदर्शक के रूप में उपयोग किया जा सकता है, या इसे कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना करने के लिए एक शक्तिशाली मंत्र के रूप में उपयोग किया जा सकता है।

चालीस का एक उदाहरण

दोहा

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।
जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।
राम दूत अतुलित बल धामा।
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।

चौपाई

जन्म जनम के दुख बिसराओ।
जपत हनुमत बल पाई।

अतुलित बल के धनी।
महावीर जगत विख्यानी।

कंचन बरन बिराज सुबेसा।
कानन कुंडल कुंचित केसा।

हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै।
कांधे मूंज जनेऊ साजै।

संकर सुवन केसरीनंदन।
तेज प्रताप महा जग बन्दन।

विद्यावान गुनी अति चातुर।
राम काज करिबे को आतुर।

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।
राम लखन सीता मन बसिया।

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा।
लखन सीता को सुखदाई।

रूप बदलि लंक में जाई।
रावण सो धन संपति लई।

सीता माँ को सुख पहुँचावा।
लखन सीता को प्यार दिखावा।

लंका दहन करि रावन मारा।
सुग्रीव को राज्य दिलवाया।

राम जी के काज सँवारे।
लक्ष्मण जी के प्राण उबारे।

दोहा

अब संकट में जो कोई पड़े।
होय संकटमोचन नाम सुनी।

कृपा करै हनुमान महावीर।
दुख-शोक हरै मन काँपी।

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।
जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।
राम दूत अतुलित बल धामा।
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।

एक आध्यात्मिक मार्गदर्शक के रूप में चालीस

श्री हनुमान चालीसा एक शक्तिशाली आध्यात्मिक मार्गदर्शक के रूप में कार्य करता है। यह भक्तों को अपने जीवन में कठिन

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