a statue of a hindu god surrounded by flowers

[web_stories title=”true” excerpt=”false” author=”false” date=”false” archive_link=”false” archive_link_label=”” circle_size=”150″ sharp_corners=”false” image_alignment=”left” number_of_columns=”1″ number_of_stories=”5″ order=”DESC” orderby=”post_title” view=”circles” /]अयोध्या राम मंदिर: एक परिचय

अयोध्या राम मंदिर भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा है। यह मंदिर भगवान राम की जन्मस्थली मानी जाती है और इसका उल्लेख कई धार्मिक ग्रंथों में भी मिलता है। इस लेख में, हम जानेंगे कि अयोध्या राम मंदिर किसने बनवाया था और कब।

प्राचीन काल में मंदिर का निर्माण

अयोध्या राम मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है। प्राचीन हिन्दू ग्रंथों के अनुसार, यह मंदिर त्रेता युग में भगवान राम के समय का है। उस वक्त यह मंदिर एक साधारण संरचना थी, जिसे समय के साथ-साथ कई शासकों ने पुनर्निर्मित और विस्तारित किया।

मध्यकालीन इतिहास

मध्यकालीन भारत में, कई शासकों ने अयोध्या राम मंदिर को पुनर्निर्मित किया। 11वीं सदी में, गहड़वाल वंश के राजा गोविंदचंद्र ने इस मंदिर का पुनर्निर्माण कराया। इसके बाद, मंदिर का निर्माण और पुनर्निर्माण का सिलसिला चलता रहा।

आधुनिक युग में मंदिर का निर्माण

आधुनिक युग में, अयोध्या राम मंदिर का निर्माण और पुनर्निर्माण एक लंबी कानूनी और सामाजिक प्रक्रिया के तहत हुआ। 1992 में विवादित ढांचे के ध्वस्त होने के बाद, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 2019 में इसका पुनर्निर्माण शुरू हुआ। 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर की नींव रखी और वर्तमान में यह मंदिर निर्माणाधीन है।

इस प्रकार, अयोध्या राम मंदिर का इतिहास बहुत पुराना और विविधतापूर्ण है। इस मंदिर का निर्माण और पुनर्निर्माण विभिन्न युगों में विभिन्न शासकों द्वारा किया गया, जो भारतीय संस्कृति और धर्म की धरोहर को दर्शाता है।

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