गुप्त शिव मंत्र  : (secret shiva mantra)

Shiv Mahakal Temple
गुप्त शिव मंत्र 




शिव पूजा और साधना में प्रयोग किया जाने वाला एक गोपनीय मंत्र होता है। इसका उच्चारण शिव के आराधना में साधक द्वारा किया जाता है। यह मंत्र उन्नत ध्यान और साधना के लिए प्रयोग किया जाता है। हालांकि, विभिन्न गुप्त शिव मंत्र विद्याओं और संप्रदायों में मौजूद हो सकते हैं और इनका उपयोग व्यक्ति के विशेष साधना स्तर और गुरु के मार्गदर्शन के अनुसार भी बदल सकता है।

अघोराय नम:, शर्वाय नम:, विरूपाक्षाय नम:, विश्वरूपिणे नम:, त्र्यम्बकाय नम:, कपर्दिने नम:, भैरवाय नम:, शूलपाणये नम:, ईशानाय नम:, महेश्वराय नम:

ये सभी मंत्र भगवान शिव के विभिन्न नामों को समर्पित हैं। इन मंत्रों का उच्चारण शिव पूजा में किया जाता है और उनका जाप शिव के आराधना और साधना में किया जाता है। यहां मैं आपके द्वारा उपयोग किए जा रहे मंत्रों का अर्थ बता रहा हूँ:


ॐ अघोराय नम:  (Om Aghoraya Namah )– यह मंत्र अघोर स्वरूप शिव को समर्पित है, जो सभी दुःखों और भयों को नष्ट करने वाले हैं।


ॐ शर्वाय नम: (Om Sharvaya Namah):– यह मंत्र शर्व स्वरूप शिव को समर्पित है, जो सभी लोगों के संरक्षक और पालक हैं।


ॐ विरूपाक्षाय नम: (Om Virupakshaya Namah):– यह मंत्र विरूपाक्ष स्वरूप शिव को समर्पित है, जो सबके अन्तर्दृष्टि के धारक हैं।


ॐ विश्वरूपिणे नम: (Om Visvaroopine Namah):– यह मंत्र विश्वरूपी स्वरूप शिव को समर्पित है, जो समस्त ब्रह्माण्ड के सम्पूर्ण रूपों में प्रकट होते हैं।


ॐ त्र्यम्बकाय नम: (OM TRYAMBAKAYA NAMAH):– यह मंत्र त्र्यम्बक स्वरूप शिव को समर्पित है, जो तीनों लोकों के संरक्षक हैं।


ॐ कपर्दिने नम: (OM KAPARDINE NAMAH):- यह मंत्र कपर्दी स्वरूप शिव को समर्पित है, जो शवों के प्रभु हैं और अंतिम संस्कार के द्वारा मुक्ति प्रदान करते हैं।


ॐ भैरवाय नम: (Om Bhairavaya Namah):– यह मंत्र भैरव स्वरूप शिव को समर्पित है, जो भय का नाश करने वाले हैं और सद्गति की प्राप्ति में सहायता करते हैं।


ॐ शूलपाणये नम: (Om Shulapanaye Namah): – यह मंत्र शूलधारी स्वरूप शिव को समर्पित है, जो दुष्टों और अधर्मियों को सजग रखने वाले हैं।


ॐ ईशानाय नम: (Om Ishanaya Namah):– यह मंत्र ईशान स्वरूप शिव को समर्पित है, जो सभी की सर्वोच्च शक्ति हैं और जगत के प्रभु हैं।


ॐ महेश्वराय नम: (Om Maheshwaraaya Namah):– यह मंत्र महेश्वर स्वरूप शिव को समर्पित है, जो सभी के संहारक और पालक हैं।


ये मंत्र शिव पूजा और साधना में आपकी आदर्शता के अनुसार उपयोग किए जा सकते हैं। ध्यान और साधना के दौरान इन मंत्रों का जाप करने से आप शिव के समीप और उनकी कृपा में रह सकते हैं।

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