नवरात्रि का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी (Maa Brahmacharini on the second day of Navratri) की पूजा क्यों महत्वपूर्ण है?
नवरात्रि के पावन पर्व में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा को समर्पित है। मां ब्रह्मचारिणी को तप,…
नवरात्रि का पहला दिन किस माता का होता है? (Which Mother is Worshipped on the First Day of Navratri ?)
नवरात्रि का त्यौहार नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा के लिए समर्पित है। इस त्यौहार के पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा की जाती है, जिन्हें…
What Happens if We chant Om Namah Shivaya 108 times?
Chanting “Om Namah Shivaya” is a powerful spiritual practice, deeply rooted in Hinduism and associated with the worship of Lord Shiva. This ancient mantra, also known as the Shiva Panchakshari…
श्रीमारुति स्तोत्रं | Maruti Stotra – संकटमोचन हनुमान जी की स्तुति
श्रीमारुति स्तोत्रं | Maruti Stotra श्रीगणेशाय नम: ॐ नमो भगवते विचित्रवीरहनुमते प्रलयकालानलप्रभाप्रज्वलनाय । प्रतापवज्रदेहाय । अंजनीगर्भसंभूताय। प्रकटविक्रमवीरदैत्यदानवयक्षरक्षोगणग्रहबंधनाय । भूतग्रहबंधनाय । प्रेतग्रहबंधनाय । पिशाचग्रहबंधनाय ।शाकिनीडाकिनीग्रहबंधनाय । काकिनीकामिनीग्रहबंधनाय । ब्रह्मग्रहबंधनाय । ब्रह्मराक्षसग्रहबंधनाय…
श्री हनुमान स्तोत्र | Hanuman Stotram – सर्वशक्तिमान हनुमान जी की स्तुति
श्री हनुमान स्तोत्र | Hanuman Stotram सर्वारिष्टनिवारकं शुभकरं पिङ्गाक्षमक्षापहं, सीतान्वेषणतत्परं कपिवरं कोटीन्दुसूर्यप्रभम्। लंकाद्वीपभयंकरं सकलदं सुग्रीवसम्मानितं, देवेन्द्रादिसमस्तदेवविनुतं काकुत्स्थदूतं भजे ॥१॥ ख्यातः श्रीरामदूतः पवनतनुभवः पिङ्गलाक्षः शिखावन्, सीताशोकापहारी दशमुखविजयी लक्ष्मणप्राणदाता। आनेता भेषजाद्रेर्लवणजलनिधेः लङ्घने…
श्री हनुमत्प्रोक्त मन्त्रराजात्मक रामस्तव स्तोत्र | Shri Hanumat Prokta Mantrarajatmak Ramstav Stotram
श्री हनुमत्प्रोक्त मन्त्रराजात्मक रामस्तव स्तोत्र तिरश्चामपि चारातिसमवायं समेयुषाम् । यतः सुग्रीवमुख्यानां यस्तमुग्रं नमाम्यहम् ॥ १ ॥ सकुदेव प्रपन्नाय विशिष्टामैरयच्छ्रियम् । बिभीषणायाब्धितटे यस्तं वीरं नमाम्यहम् ॥ २ ॥ यो महान् पूजितो…
Panchmukhi Hanumat Kavacham | पन्च्मुखी हनुमान कवच | संकटों से रक्षा और शत्रुओं से सुरक्षा का शक्तिशाली कवच
Panchmukhi Hanumat Kavacham | पन्च्मुखी हनुमान कवच ओम अस्य श्रीपंचमुख हनुम्त्कवचमंत्रस्य ब्रह्मा रूषि:| गायत्री छंद्:| पंचमुख विराट हनुमान देवता| र्हीं बीजम्| श्रीं शक्ति:| क्रौ कीलकम्| क्रूं कवचम्| क्रै अस्त्राय फ़ट्|…
श्री पंचमुखी महाभगवद्धनुमदारती’- Shri Panchmukhi Mahabhagwaddhanumdarati | हनुमान जी की पावन आरती
श्री पंचमुखी महाभगवद्धनुमदारती – Shri Panchmukhi Mahabhagwaddhanumdarati जय-जय पंचमुखी हनुमाना।।1।। प्रथमहि वानर वदन विराजे।।2।। छबि बल काम कोट तंहराजे।।3।। पशुपति शंभु भवेश समाना।।4।। जय-जय पंचमुखी हनुमाना।।5।। अतुलित बल तनु तेज…
मंगल वार की पावन आरती – Tuesdays Aarti : हनुमान जी की विशेष आरती
मंगल वार की पावन आरती – Tuesdays Aarti मंगल मूरति जय जय हनुमंता, मंगल-मंगल देव अनंता। हाथ व्रज और ध्वजा विराजे, कांधे मूंज जनेऊ साजे। शंकर सुवन केसरी नंदन, तेज…
Shri Hanuman Sathika | हनुमान साठिका का पाठ और उसके लाभ
Shri Hanuman Sathika | हनुमान साठिका ।।चौपाइयां।। जय जय जय हनुमान अडंगी। महावीर विक्रम बजरंगी।। जय कपीश जय पवन कुमारा। जय जगबन्दन सील अगारा।। जय आदित्य अमर अबिकारी। अरि मरदन…