डोल ग्यारस 2025 : तिथि, महत्व, व्रत विधि और पूजा आराधना – Mahakal
डोल ग्यारस 2025 की तिथि है 3 सितंबर, बुधवार। जानें डोल ग्यारस व्रत का महत्व, पूजा विधि और धार्मिक मान्यताएँ। भारत त्योहारों की भूमि है जहाँ हर पर्व का अपना…
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ज्येष्ठ गौरी आवाहन 2025 (31 अगस्त, रविवार) भाद्रपद शुक्ल सप्तमी को मनाया जाएगा। जानिए गौरी पूजन का महत्व, पूजा विधि, मान्यता और विसर्जन की पूरी जानकारी। ज्येष्ठ गौरी पूजन का…
Radhastami Special: Birth anniversary and glory of Shri Radha Ji : भक्ति, प्रेम और समर्पण का सर्वोच्च प्रतीक राधाष्टमी हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण तिथि मानी जाती है। यह पर्व…
बछ बारस 2025 व्रत भाद्रपद कृष्ण द्वादशी को मनाया जाएगा। जानें बछ बारस 2025 की तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, व्रत का महत्व और इस दिन के नियम। हिंदू पंचांग…
भारतीय हिन्दू वैदिक ज्योतिष में प्रथम भाव को कई नामों से जाना जाता है. इस भाव को लग्न भाव, केन्द्र भाव व त्रिकोण भाव भी कहा जाता…
ज्योतिष शास्त्र विज्ञान पर आधारित शास्त्र होता है. इन्हीं पर आधारित होता है हमारे जीवन का सभी फल इसी में एक तथ्य नाड़ि ज्योतिष से जुड़ा है. नाड़ी दोष विशेष…
सूर्य की गति पूरे वर्ष एक-सी नहीं रहती है. यह गति घटती-बढ़ती रहती है. इस कारण संसार के विभिन्न स्थानों पर समय – समय भिन्न होता है.…
योग अनुसार आसन और प्राणायाम की स्थिति को मुद्रा कहा जाता है। बंध, क्रिया और मुद्रा में आसन और प्राणायाम दोनों का ही कार्य होता है। योग में मुद्राओं को…
धर्म ग्रंथो के अनुसार शाम को नहीं करने चाहिए ये काम, घर में आ सकती है दरिद्रता – Mahakal Temple शास्त्रों में शाम का विशेष महत्व बताया गया है। माना…
देवताओं के गुरु देवगुरु बृहस्पति को ज्योतिष में अत्यंत शुभ ग्रह माना जाता है। यह ज्ञान, धर्म, शिक्षा, संतान, विवाह और समृद्धि के कारक हैं। जब देवगुरु बृहस्पति एक राशि…