Author: Mahakal

महाकालेश्वर उज्जैन मंदिर के बारे में यहां जानिए खास बातें

महाकालेश्वर मंदिर, जिसे महाकाल के रूप में भी जाना जाता है, मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में स्थित एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है. यह हिंदू धर्म में 12 ज्योतिर्लिंगों में…

यहां जानिए क्यों करनी चाहिए मां दुर्गा की आरती

माता रानी की आरती या कहे दुर्गा आरती का महत्व बहुत गहरा है. दुर्गा माता को शक्ति, साहस और संरक्षण की देवी माना जाता है. दुर्गा आरती का पाठ या…

कन्या पूजन के दिन इन चीजों का करें दान, मां दुर्गा होंगी आपसे प्रसन्न

शारदीय नवरात्रि शुरू हो गया है, जो 12 अक्टूबर को समाप्त होगा. इस नौ दिवसीय त्योहार में भक्त मां भगवती के नौ स्वरूपो की पूजा अर्चना करते हैं. इसमें सबसे…

नवरात्रि का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी (Maa Brahmacharini on the second day of Navratri) की पूजा क्यों महत्वपूर्ण है?

नवरात्रि के पावन पर्व में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा को समर्पित है। मां ब्रह्मचारिणी को तप,…

नवरात्रि का पहला दिन किस माता का होता है? (Which Mother is Worshipped on the First Day of Navratri ?)

नवरात्रि का त्यौहार नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा के लिए समर्पित है। इस त्यौहार के पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा की जाती है, जिन्हें…

श्रीमारुति स्तोत्रं | Maruti Stotra – संकटमोचन हनुमान जी की स्तुति

श्रीमारुति स्तोत्रं | Maruti Stotra श्रीगणेशाय नम: ॐ नमो भगवते विचित्रवीरहनुमते प्रलयकालानलप्रभाप्रज्वलनाय । प्रतापवज्रदेहाय । अंजनीगर्भसंभूताय। प्रकटविक्रमवीरदैत्यदानवयक्षरक्षोगणग्रहबंधनाय । भूतग्रहबंधनाय । प्रेतग्रहबंधनाय । पिशाचग्रहबंधनाय ।शाकिनीडाकिनीग्रहबंधनाय । काकिनीकामिनीग्रहबंधनाय । ब्रह्मग्रहबंधनाय । ब्रह्मराक्षसग्रहबंधनाय…

श्री हनुमान स्तोत्र | Hanuman Stotram – सर्वशक्तिमान हनुमान जी की स्तुति

श्री हनुमान स्तोत्र | Hanuman Stotram सर्वारिष्टनिवारकं शुभकरं पिङ्गाक्षमक्षापहं, सीतान्वेषणतत्परं कपिवरं कोटीन्दुसूर्यप्रभम्। लंकाद्वीपभयंकरं सकलदं सुग्रीवसम्मानितं, देवेन्द्रादिसमस्तदेवविनुतं काकुत्स्थदूतं भजे ॥१॥ ख्यातः श्रीरामदूतः पवनतनुभवः पिङ्गलाक्षः शिखावन्, सीताशोकापहारी दशमुखविजयी लक्ष्मणप्राणदाता। आनेता भेषजाद्रेर्लवणजलनिधेः लङ्घने…

श्री हनुमत्प्रोक्त मन्त्रराजात्मक रामस्तव स्तोत्र | Shri Hanumat Prokta Mantrarajatmak Ramstav Stotram

श्री हनुमत्प्रोक्त मन्त्रराजात्मक रामस्तव स्तोत्र तिरश्चामपि चारातिसमवायं समेयुषाम् । यतः सुग्रीवमुख्यानां यस्तमुग्रं नमाम्यहम् ॥ १ ॥ सकुदेव प्रपन्नाय विशिष्टामैरयच्छ्रियम् । बिभीषणायाब्धितटे यस्तं वीरं नमाम्यहम् ॥ २ ॥ यो महान् पूजितो…

Panchmukhi Hanumat Kavacham | पन्च्मुखी हनुमान कवच | संकटों से रक्षा और शत्रुओं से सुरक्षा का शक्तिशाली कवच

Panchmukhi Hanumat Kavacham | पन्च्मुखी हनुमान कवच ओम अस्य श्रीपंचमुख हनुम्त्कवचमंत्रस्य ब्रह्मा रूषि:| गायत्री छंद्:| पंचमुख विराट हनुमान देवता| र्‍हीं बीजम्| श्रीं शक्ति:| क्रौ कीलकम्| क्रूं कवचम्| क्रै अस्त्राय फ़ट्|…