गुप्त लक्ष्मी मंत्र, जिसे “श्रीं” मंत्र भी कहा जाता है, लक्ष्मी प्राप्ति के लिए सबसे शक्तिशाली मंत्रों में से एक है। यह मंत्र एक बीज मंत्र है, जिसका अर्थ है कि यह एक मूल ध्वनि है जो एक विशेष देवता या शक्ति का प्रतिनिधित्व करती है। श्रीं मंत्र में, “श्रीं” ध्वनि लक्ष्मी देवी का प्रतिनिधित्व करती है।
गुप्त लक्ष्मी मंत्र का जाप करने से लक्ष्मी देवी की कृपा प्राप्त होती है, जिससे घर में धन, समृद्धि और सुख-शांति की वृद्धि होती है। यह मंत्र किसी भी दिन और किसी भी समय जपा जा सकता है, लेकिन विशेष रूप से शुक्रवार को जपने से अधिक लाभ प्राप्त होता है।
गुप्त लक्ष्मी मंत्र का जाप करने के लिए, एक स्वच्छ जगह पर बैठें और अपने सामने एक लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाएं। कपड़े के बीच में एक चांदी या सोने की लक्ष्मी प्रतिमा रखें। लक्ष्मी प्रतिमा के सामने एक दीपक जलाएं और एक माला लें।
अब, अपने मन को शांत करें और लक्ष्मी देवी के प्रति आस्था और भक्ति के साथ मंत्र का जाप शुरू करें। मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें।
गुप्त लक्ष्मी मंत्र का जाप करते समय, निम्नलिखित ध्यान करें:
- लक्ष्मी देवी की छवि अपने मन में बनाए रखें।
- उनकी कृपा और आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करें।
- अपने जीवन में धन, समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति के लिए प्रतिबद्ध हों।
गुप्त लक्ष्मी मंत्र का नियमित रूप से जाप करने से आपको लक्ष्मी देवी की कृपा प्राप्त होगी और आपके जीवन में धन, समृद्धि और सुख-शांति की वृद्धि होगी।
यहां गुप्त लक्ष्मी मंत्र का उच्चारण है:
ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः
इस मंत्र का अर्थ है:
हे लक्ष्मी देवी, आप जो कमल की तरह सुंदर और लाल हैं, कृपा करके प्रसन्न हों। हे महालक्ष्मी, मैं आपको नमस्कार करता हूं।
गुप्त लक्ष्मी मंत्र के अलावा, लक्ष्मी प्राप्ति के लिए कई अन्य मंत्र भी हैं। इन मंत्रों का जाप भी लाभकारी होता है।