1. काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी (उत्तर प्रदेश)

काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसे भारत के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक माना जाता है। यह मंदिर गंगा नदी के तट पर स्थित है और बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। माना जाता है कि यहां दर्शन करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। मंदिर का स्वर्णिम शिखर और प्राचीन वास्तुकला इसे और भी आकर्षक बनाती है।

विशेषता: काशी को भगवान शिव का निवास माना जाता है, और यहां का “मंगला आरती” दर्शन अत्यंत लोकप्रिय है।

2. तिरुपति बालाजी मंदिर, तिरुपति (आंध्र प्रदेश)

श्री वेंकटेश्वर मंदिर, जिसे तिरुपति बालाजी के नाम से जाना जाता है, भगवान विष्णु के अवतार वेंकटेश्वर को समर्पित है। यह विश्व का सबसे धनी मंदिर माना जाता है और लाखों भक्त यहां हर साल आते हैं। मंदिर की भव्यता और तिरुमाला पहाड़ियों पर इसकी स्थिति इसे और भी विशेष बनाती है।

विशेषता: भक्तों द्वारा चढ़ाए गए बालों का दान और “लड्डू प्रसाद” इस मंदिर की पहचान हैं।

3. वैष्णो देवी मंदिर, कटरा (जम्मू और कश्मीर)

वैष्णो देवी मंदिर माता वैष्णो देवी को समर्पित है और यह त्रिकूट पर्वत पर 5,200 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह भारत के सबसे लोकप्रिय तीर्थ स्थलों में से एक है, जहां भक्त 13 किलोमीटर की चढ़ाई करके माता के दर्शन करते हैं।

विशेषता: “जय माता दी” का नारा और पवित्र गुफा में माता के तीन पिंडों का दर्शन भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

4. जगन्नाथ मंदिर, पुरी (ओडिशा)

पुरी का जगन्नाथ मंदिर भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण, उनके भाई बलराम और बहन सुभद्रा को समर्पित है। यह चार धाम तीर्थों में से एक है और अपनी वार्षिक रथ यात्रा के लिए विश्व प्रसिद्ध है।

विशेषता: मंदिर का “महाप्रसाद” और रथ यात्रा का उत्सव लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।

5. मीनाक्षी मंदिर, मदुरै (तमिलनाडु)

मीनाक्षी मंदिर माता पार्वती (मीनाक्षी) और भगवान शिव (सुंदरेश्वर) को समर्पित है। इस मंदिर की द्रविड़ शैली की वास्तुकला और रंग-बिरंगे गोपुरम इसे अनूठा बनाते हैं। यह तमिलनाडु का सांस्कृतिक और धार्मिक केंद्र है।

विशेषता: मंदिर में 14 गोपुरम और 33,000 मूर्तियां हैं, जो इसे स्थापत्य कला का उत्कृष्ट नमूना बनाती हैं।

6. सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई (महाराष्ट्र)

सिद्धिविनायक मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है और इसे “नवसाचा गणपति” के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करने के लिए प्रसिद्ध है।

विशेषता: मंगलमूर्ति गणेश की मूर्ति और मंगलवार को होने वाली विशेष पूजा इसे और भी खास बनाती है।

7. सोमनाथ मंदिर, गुजरात

सोमनाथ मंदिर भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से पहला माना जाता है। यह अरब सागर के तट पर स्थित है और अपनी ऐतिहासिकता और पवित्रता के लिए जाना जाता है। मंदिर का कई बार पुनर्निर्माण किया गया है, जो इसे और भी महत्वपूर्ण बनाता है।

विशेषता: मंदिर का प्रभास क्षेत्र और “शिव भक्ति” का अनुभव भक्तों को आकर्षित करता है।

8. कामाख्या मंदिर, गुवाहाटी (असम)

कामाख्या मंदिर माता सती को समर्पित है और यह शक्ति पीठों में से एक है। यह मंदिर तंत्र साधना और शक्ति उपासना का प्रमुख केंद्र है। नीलांचल पहाड़ी पर स्थित यह मंदिर अपनी रहस्यमयता के लिए प्रसिद्ध है।

विशेषता: अम्बुबाची मेला, जो माता के वार्षिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है, लाखों भक्तों को आकर्षित करता है।

9. रामेश्वरम मंदिर, तमिलनाडु

रामेश्वरम मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यह चार धाम तीर्थों में से एक है। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण स्वयं भगवान राम ने किया था। यह मंदिर अपने लंबे गलियारों और पवित्र तीर्थ कुंडों के लिए प्रसिद्ध है।

विशेषता: मंदिर के 22 कुंडों में स्नान करने का विशेष महत्व है।

10. बद्रीनाथ मंदिर, उत्तराखंड

बद्रीनाथ मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और यह चार धाम तीर्थों में से एक है। हिमालय की गोद में अलकनंदा नदी के तट पर स्थित यह मंदिर अपनी प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है।

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