छठ पूजा बिहार, झारखंड, और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में श्रद्धा और भक्ति का महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसमें सूर्य देव और छठी मइया की पूजा की जाती है। इस पूजा का मुख्य आकर्षण प्रसाद होता है, जिसे भक्तगण बड़ी श्रद्धा और लगन से तैयार करते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि छठ पूजा में क्या-क्या प्रसाद लगता है और इसकी पवित्रता का महत्व क्या है।
छठ पूजा का महत्व और प्रसाद की पवित्रता
छठ पूजा में प्रसाद का विशेष महत्व होता है। प्रसाद को बहुत ही सादगी और पवित्रता के साथ तैयार किया जाता है, और इसे बनाने के दौरान शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है। मान्यता है कि प्रसाद को तैयार करने में किसी भी प्रकार की अशुद्धता या बाहरी वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।
छठ पूजा में क्या-क्या प्रसाद लगता है?
छठ पूजा में अलग-अलग प्रकार के प्रसाद बनाए जाते हैं जो सूर्य देव को अर्पित किए जाते हैं। नीचे कुछ मुख्य प्रसाद दिए गए हैं:
- ठेकुआ
ठेकुआ छठ पूजा का सबसे प्रमुख प्रसाद है। इसे गेहूं के आटे, गुड़ और घी के मिश्रण से बनाया जाता है। ठेकुआ को गुड़ से मीठा किया जाता है और इसे तवे पर या कढ़ाई में हल्का भूरा होने तक तला जाता है। इसकी खासियत है इसका अनोखा स्वाद और कुरकुरापन। - कच्चा नारियल
कच्चा नारियल भी छठ पूजा के प्रसाद में शामिल होता है। इसे पानी के साथ अर्पित किया जाता है और पूजा के बाद भक्तों के बीच वितरित किया जाता है। - सूप में फल
छठ पूजा में सूप में मौसमी फल जैसे केला, सेब, और नाशपाती रखकर सूर्य देवता को अर्पित किया जाता है। ये फल प्रसाद के रूप में होते हैं और इन्हें विशेष रूप से तैयार कर सूप में सजाया जाता है। - अखरोट और मेवे
अखरोट और अन्य सूखे मेवे छठ पूजा में उपयोग किए जाने वाले प्रमुख प्रसादों में से एक हैं। ये मेवे पूजा के दौरान समर्पित किए जाते हैं और भक्तों में बाँटे जाते हैं। - गन्ना
गन्ना छठ पूजा के प्रसाद का अभिन्न हिस्सा है। इसे बिना काटे रखा जाता है, जिससे इसका पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। गन्ना एक शुभ फल माना जाता है और इसे व्रतधारी श्रद्धालुओं के द्वारा अर्पित किया जाता है। - खजूर और बेर
छठ पूजा में खजूर और बेर भी महत्वपूर्ण माने जाते हैं। ये फल विशेष रूप से प्राकृतिक मिठास का प्रतीक होते हैं और पूजा में इनका इस्तेमाल किया जाता है। - नारियल और सुपारी
नारियल और सुपारी को पूजा में बहुत ही पवित्र माना जाता है। इन्हें सूप में सजाकर पूजा में रखा जाता है।
छठ पूजा के प्रसाद की विशेषता
छठ पूजा में सभी प्रसाद प्राकृतिक और सादगीपूर्ण होते हैं। इन्हें आटे, गुड़ और फलों से बनाया जाता है। प्रसाद में किसी प्रकार की मिलावट या कृत्रिम पदार्थों का उपयोग नहीं किया जाता है। इस पवित्रता को बनाए रखने के लिए प्रसाद को तैयार करने से पहले स्थान को स्वच्छ किया जाता है और इसे एक विशेष स्थान पर ही तैयार किया जाता है।
छठ पूजा में प्रसाद का महत्व
प्रसाद का न केवल धार्मिक महत्व है बल्कि यह भक्तों के लिए आस्था का प्रतीक भी है। प्रसाद में प्राकृतिक सामग्री का उपयोग होता है, जिससे यह स्वास्थ्यवर्धक भी होता है।
छठ पूजा में सभी प्रसाद बड़े ही श्रद्धा और प्रेम से बनाए जाते हैं। इस पूजा में शुद्धता और सादगी का विशेष महत्व है, जो भक्तों की श्रद्धा को और गहरा बनाता है।
छठ पूजा के समय प्रसाद को तैयार करना भी एक विशेष अनुष्ठान होता है, जो परिवार और समुदाय को एक साथ जोड़ता है। इस तरह छठ पूजा का प्रसाद न केवल देवताओं को अर्पित किया जाता है, बल्कि यह सभी भक्तों में प्रेम और भक्ति का प्रतीक भी होता है।