🌿 Sawan Somwar 2025: व्रत कथा, पूजा विधि और महत्व

श्रावण मास (Sawan Month) भगवान शिव को समर्पित सबसे पवित्र महीना माना जाता है। खासकर श्रावण सोमवार (Sawan Somwar) का व्रत, भक्तों द्वारा शिवजी की कृपा प्राप्त करने हेतु रखा जाता है। यह व्रत न सिर्फ मोक्ष प्रदान करता है, बल्कि सभी मनोकामनाओं को भी पूर्ण करता है।

इस लेख में हम जानेंगे:

  • सावन सोमवार व्रत की कथा
  • व्रत की पूजा विधि
  • इसका धार्मिक महत्व
  • और 2025 में सावन सोमवार की तारीखें

📅 Sawan Somwar 2025 कब है?

सावन माह 2025 में 21 जुलाई से शुरू होकर 19 अगस्त तक चलेगा। इस बीच कुल 5 सोमवार होंगे:

सोमवारतारीख
पहला21 जुलाई 2025
दूसरा28 जुलाई 2025
तीसरा4 अगस्त 2025
चौथा11 अगस्त 2025
पाँचवां18 अगस्त 2025

🛕 सावन सोमवार व्रत की पूजा विधि (Puja Vidhi)

प्रातः काल उठकर स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण करें।

  1. शिवलिंग पर जल और दूध से अभिषेक करें
  2. बेलपत्र, धतूरा, सफेद फूल, चावल, चंदन आदि अर्पित करें
  3. “ॐ नमः शिवाय” या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें
  4. शाम को व्रत कथा सुनें और आरती करें
  5. सादा फलाहार करें, अनाज न लें (यदि निर्जल व्रत ना हो तो)

🙏 सावन सोमवार व्रत कथा (Vrat Katha in Hindi)

प्राचीन काल में एक निर्धन ब्राह्मण था, जिसके घर में अत्यंत गरीबी थी। वह और उसकी पत्नी दोनों शिवभक्त थे और प्रत्येक सावन सोमवार को व्रत रखते थे।

एक दिन शिवजी उस ब्राह्मण के घर एक साधु के रूप में पधारे और उससे कहा — “यदि तुम मेरा व्रत विधिपूर्वक करोगे तो तुम्हारे जीवन की सारी समस्याएं दूर हो जाएंगी।”

ब्राह्मण ने पूरे 16 सोमवार तक शिवजी का व्रत रखा, विधिपूर्वक पूजा की और अंत में व्रत का उद्यापन भी किया।

कुछ समय बाद उसकी स्थिति बदलने लगी — धन, सम्मान, पुत्र, और सुख-संपत्ति से उसका जीवन भर गया। यह सब शिवजी की कृपा से संभव हुआ।


🔱 व्रत का धार्मिक महत्व (Mahakalyug Mein Vrat Ka Mahatva)

  • सावन में शिव तत्त्व अधिक सक्रिय रहते हैं, इस समय उनकी आराधना विशेष फलदायी मानी जाती है।
  • जो स्त्रियाँ यह व्रत करती हैं, उन्हें सुंदर और संस्कारी वर की प्राप्ति होती है।
  • यह व्रत मन, तन और आत्मा की शुद्धि करता है।
  • महाकाल (उज्जैन) के दर्शन इस मास में करने से अनेक जन्मों के पाप कट जाते हैं।

🕉️ मन्त्र (Shiv Mantra for Sawan Somwar)

ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥

या

ॐ नमः शिवाय – 108 बार जप करें।


🪔 व्रत का उद्यापन कैसे करें?

  • 16 सोमवार पूरे होने के बाद आखिरी सोमवार को विशेष पूजन करें।
  • 11 या 21 ब्राह्मणों को भोजन कराएं।
  • वस्त्र, फल, दक्षिणा देकर आशीर्वाद लें।

📸 Mahakal Darshan (Image Suggestion)

✔️ Mahakal Ujjain Temple photo
✔️ Shivling Abhishek
✔️ Digital calendar showing 5 Mondays


🔚 निष्कर्ष (Conclusion)

सावन सोमवार का व्रत न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी अत्यंत लाभकारी है। अगर श्रद्धा और भक्ति के साथ शिवजी का स्मरण किया जाए, तो वे अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं।

इस वर्ष 2025 में यह व्रत विशेष संयोग में आ रहा है, अतः आप भी श्रद्धा और विधिपूर्वक यह व्रत करें और महाकाल की कृपा प्राप्त करें।


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