Skip to content
  • Monday, 29 September 2025
  • 3:15 am
  • Follow Us
Bhasma Aarti & Daily Puja at Mahakal Temple
  • Home
  • Astrology
    • Free Janam Kundali
    • जानें आज का राशि फल
    • Route & Travel Guide
  • Home
  • ज्येष्ठ गौरी आवाहन 2025: तिथि, महत्व, पूजा विधि और विसर्जन – Mahakal
  • Navratri 4th Day : नवरात्रि का चौथा दिन माँ कूष्माण्डा की पूजा विधि, कथा और मंत्र
  • माँ ब्रह्मचारिणी : तपस्या और साधना का दिव्य स्वरूप
  • माँ चंद्रघंटा : शक्ति का दिव्य स्वरूप
  • नवरात्रि का तीसरा दिन: जानें माँ चंद्रघंटा की पूजा विधि, व्रत कथा और मंत्र
  • नवरात्रि का दूसरा दिन – माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा
aaj ka rashifal

ज्येष्ठ गौरी आवाहन 2025: तिथि, महत्व, पूजा विधि और विसर्जन – Mahakal

mahakaltemple.com Aug 29, 2025 0

Table of Contents

Toggle
  • ज्येष्ठ गौरी आवाहन 2025 (31 अगस्त, रविवार) भाद्रपद शुक्ल सप्तमी को मनाया जाएगा। जानिए गौरी पूजन का महत्व, पूजा विधि, मान्यता और विसर्जन की पूरी जानकारी।
  • ज्येष्ठ गौरी पूजन का परिचय
  • गौरी आवाहन कब मनाया जाता है?
  • गौरी आवाहन का धार्मिक महत्व
  • गौरी आवाहन की विशेषताएँ
  • गौरी आवाहन विधि

ज्येष्ठ गौरी आवाहन 2025 (31 अगस्त, रविवार) भाद्रपद शुक्ल सप्तमी को मनाया जाएगा। जानिए गौरी पूजन का महत्व, पूजा विधि, मान्यता और विसर्जन की पूरी जानकारी।

ज्येष्ठ गौरी पूजन का परिचय

हिन्दू धर्म में देवी गौरी का पूजन विशेष स्थान रखता है। महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में ज्येष्ठ गौरी पूजन बड़े उत्साह और भक्ति भाव से मनाया जाता है। यह पर्व मुख्य रूप से गणेशोत्सव के दौरान आता है और तीन दिनों तक विशेष रूप से मनाया जाता है –

  1. गौरी आवाहन

  2. गौरी पूजन

  3. गौरी विसर्जन

यह पर्व महिलाओं के लिए खास महत्व रखता है क्योंकि इसे सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।

गौरी आवाहन कब मनाया जाता है?

भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गौरी आवाहन किया जाता है। इस वर्ष 2025 में गौरी आवाहन 31 अगस्त, रविवार को मनाया जाएगा। इस दिन महिलाएं देवी गौरी की मूर्ति घर लाकर उनका भव्य स्वागत करती हैं।

गौरी आवाहन का धार्मिक महत्व

गौरी माता को शक्ति, सौंदर्य और समृद्धि की देवी माना जाता है। ऐसा विश्वास है कि गौरी पूजन से अखंड सौभाग्य, दांपत्य सुख, धन-धान्य और परिवार की उन्नति प्राप्त होती है।
कहानी के अनुसार, जब असुरों के अत्याचार से महिलाएं परेशान थीं, तब उन्होंने माता गौरी की शरण ली। देवी ने उन्हें सुरक्षित किया और दुष्ट शक्तियों का नाश किया। तभी से यह पर्व सुरक्षा, सुख और वैवाहिक सौख्य के लिए विशेष रूप से मनाया जाने लगा।

गौरी आवाहन की विशेषताएँ

  • इस दिन महिलाएं स्वयं भी सुन्दर वस्त्र और आभूषण पहनकर देवी की तरह सजती हैं।

  • देवी गौरी को गणेश जी के पास बैठाया जाता है, क्योंकि उन्हें भगवान गणेश की माता माना जाता है।

  • महाराष्ट्र में इसे बड़े उत्सव और लोकगीतों के साथ मनाया जाता है।

गौरी आवाहन विधि

  1. सबसे पहले घर की साफ-सफाई कर पूजा स्थान को सजाएं।

  2. घर के दरवाजे पर तोरण, हल्दी-कुमकुम और दीपक से स्वागत करें।

  3. देवी गौरी की दो मूर्तियाँ (माँ पार्वती और अशोकसुंदरी) स्थापित करें।

  4. उन्हें स्नान कराकर लाल या गुलाबी वस्त्र पहनाएं।

  5. देवी का सोलह श्रृंगार कर उन्हें गहनों और फूलों से सजाएं।

  6. कलश स्थापना कर उस पर नारियल और आम के पत्ते रखें।

  7. देवी को फल, मेवा, मिठाई और पंचामृत अर्पित करें।

  8. कपूर की आरती कर “ॐ पार्वत्यै नमः” मंत्र का जाप करें।

  9. दिनभर महिलाएं गीत-संगीत और मंगल गीतों से माता का गुणगान करती हैं।

ज्येष्ठ गौरी आवाहन केवल एक पर्व नहीं, बल्कि माता गौरी के प्रति भक्ति और कृतज्ञता का उत्सव है। यह पर्व घर-परिवार में सौहार्द, प्रेम और सुख-समृद्धि को बढ़ाता है। महाराष्ट्र की सांस्कृतिक परंपरा में इसका विशेष महत्व है, जिसे आज भी बड़े हर्षोल्लास से मनाया जाता है।

ज्येष्ठ गौरी पूजन अब घर बैठे करें – ऑनलाइन बुकिंग के लिए mahakal.com विजिट करें।

Source link


गौरी आवाहन का महत्वगौरी पूजन 2025गौरी पूजन का महत्वगौरी माता की पूजाज्येष्ठ गौरी आवाहन 2025ज्येष्ठ गौरी पूजन विधिज्येष्ठ गौरी विसर्जनज्येष्ठ गौरी व्रत विधिभाद्रपद शुक्ल सप्तमी व्रतमहाराष्ट्र का गौरी उत्सव
mahakaltemple.com

Website: http://mahakaltemple.com

Related Story
Aaj ka panchang aaj ka rashifal Baba Khatu Shyamji Bhagawat Bhajan
शुक्रवार को ऐसे मनाएं लक्ष्मी जी, दूर होंगी सारी आर्थिक परेशानियाँ
Mayank Sri Sep 12, 2025
Aaj ka panchang aaj ka rashifal Baba Khatu Shyamji Bhagawat Bhajan
गुरुवार को इन कामों से बचें, वरना रुक सकते हैं शुभ कार्य
Mayank Sri Sep 11, 2025
news Aaj ka panchang aaj ka rashifal
वास्तु शास्त्र के उपाय: घर में सुख-समृद्धि लाने के तरीके
Mayank Sri Sep 9, 2025
Aaj ka panchang aaj ka rashifal Panchang Vedic VedicAstrology
Auspicious Muhurat: Right Time to Begin Important Work
Mayank Sri Sep 5, 2025
aaj ka rashifal Aaj ka panchang Hinduism india Mangal Dosha married Panchang
कुंडली मिलान क्यों है जरूरी? विवाह के लिए ज्योतिषीय महत्व
Mayank Sri Sep 5, 2025
aaj ka rashifal
डोल ग्यारस 2025 : तिथि, महत्व, व्रत विधि और पूजा आराधना – Mahakal
mahakaltemple.com Sep 3, 2025
news Aaj ka panchang aaj ka rashifal
Dream Astrology: Meaning of Dreams in Vedic Astrology
Mayank Sri Sep 3, 2025
Zodiac Signs 2025
news Aaj ka panchang aaj ka rashifal Panchang Pray Mantras
Zodiac Signs 2025: Predictions for Career, Love, and Health
Mayank Sri Sep 3, 2025
राहु-केतु का जीवन पर असर
news Aaj ka panchang aaj ka rashifal
राहु-केतु का जीवन पर असर और शांति के उपाय
Mayank Sri Sep 3, 2025
राशि का शुभ रुद्राक्ष
news Aaj ka panchang aaj ka rashifal God Hinduism india Panchang Pray Mantras
आपकी राशि का शुभ रुद्राक्ष: फायदे और धारण करने के नियम
Mayank Sri Sep 2, 2025

Leave a Reply
Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

YOU MAY HAVE MISSED
Navratri 4th Day : maa kushmanda
news
Navratri 4th Day : नवरात्रि का चौथा दिन माँ कूष्माण्डा की पूजा विधि, कथा और मंत्र
Mayank Sri Sep 25, 2025
news
माँ ब्रह्मचारिणी : तपस्या और साधना का दिव्य स्वरूप
Pinki Mishra Sep 24, 2025
news
माँ चंद्रघंटा : शक्ति का दिव्य स्वरूप
Pinki Mishra Sep 24, 2025
news
नवरात्रि का तीसरा दिन: जानें माँ चंद्रघंटा की पूजा विधि, व्रत कथा और मंत्र
Mayank Sri Sep 23, 2025