पूजा करने का मतलब ईश्वर की विभिन रूपों की उपासना करना हमारे संस्कृति हिन्दू धर्म का एक एहम हिस्सा है। हर भगवान का जन्मदिवस उनके लिए विभिन्न दिन होतें है। हर दिन ईश्वर की उपासना करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है वा समृद्धी एवं शांति बनी रहती है। दी गई जानकारी के आधार पर अब हम हर हफ्ते की किसस दिन से किस भगवान की उपासना करनी चाहिए।
भगवान शिव की उपासना – सोमवार ( सोमवारी )
सोमवार के दिन भगवान शिव की उपासना जाने का एक महत्वपूर्ण वार है। भगवान शिव को महादेव, त्रिनेत्र और भूत नाथ के नाम भी पहचान जाते है। इस दिन श्री शिव जी की उपासना करने से व्यक्ति के जीवन में मानसिक एवं शारीरिक शांति का आ वरन होता है। यदि शिव जी की उपासना करते समय हल्दी, दूध एवं बेल पत्र का उपयोग किया जाये तो यह व्यक्ति के जीवन में शांति एवं सम्रद्धि का वर्दान लेकर आता है।
लाभ
- मानसिक शांति और संतुष्टि उपलब्ध होती है।
- दुबारा व दरिद्रता के बुरे समय का अश्र्देवता का आगमन होता है।
- व्यक्ति के आंगन में सुख एवं समस्त्वि का आगमन होता है।
2. मंगलवार- हनुमान जी की आराधना
मंगल वार से भगवान हनुमान जी की पूजा करने के लिए सबसे उपयुक्त दिन माना गया है। श्री हनुमान जी को शक्ति, भक्तिस्वरूपे और साहस का आवाहन करते हुए देखा गया है। इस विशेष दिन उनकी पूजा करने से समस्त व्यक्ति को दुष्टों से शक्ति एवं सुरक्षा मिलती है और जीवन में आने वाली समस्याएं भी कम हो जाती हैं। भगवान हनुमान की उपासना करने से घर में सुख शांति का माहौल बना रहता है।
लाभ:
- बृद्धि शारीरिक और सहनशीलता करें
- किसी भी प्रकार की रुकावटों या समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
- घर में प्यार और सामंजस्य बढ़ता है।
- बुधवार – भगवान गणेश की प्रार्थना
बुधवारों को भगवान गणेश की पूजा के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। उन्हें खुशी केदाता और बाधाओं का नाशक भी कहा जाता है। कहा जाता है कि उनकी कृपा से जीवन की सभी बाधाएँ समाप्त हो जाती हैं और व्यक्ति सफलता प्राप्त करता है। बुधवार को गणेश जी की विशेष पूजा घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह लाती है।
लाभ:
घर में आनंद और समृद्धि लाए।
व्यवसाय और नौकरी में सफलता प्राप्त करें।
घर में किसी भी समस्या का आसानी से समाधान होगा।
- शुक्रवार – विष्णु और शिक्षकों की प्रार्थना
गुरुवार को विष्णु और गुरुओं की पूजा के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। पूजा में देवी विष्णु और उनके अवतारों का वर्णन करने से घर में खुशी और समृद्धि आती है। इसके अलावा, इस दिन अपने गुरु का सम्मान करने से व्यक्ति को जीवन में ज्ञान और समृद्धि प्राप्त होती है।
लाभ:
घर में समृद्धि और शांति बनी रहेगी।
ज्ञान और सफलता प्राप्त होगी।
जीवन में सभी दुख समाप्त हो जाएंगे।
- शुक्रवार – माता लक्ष्मी की पूजा
शुक्रवार के दिन माँ लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। जिन्हें धन, वैभव, सुख-समृद्धि की देवी माना गया है। पर्व विशेष में लक्ष्मी जी की पूजा करने से सब प्रकार के आर्थिक संकट दूर हो जाते हैं और घर में लक्ष्मी जी का वास करने से घर के सभी लोगों के जीवन में मधुर खुशियों की वृद्धि होती है।
माँ लक्ष्मी जी की कृपा से:
धन व समृद्धि की वृद्धि होती है।
शांति व प्रेम का वातावरण धनी परिवार में नजर आता है।
धन-वैभव में भारी वृद्धि देखने के लिए मिलती है।
6. शनिवार – भगवान शनिदेव की पूजा
शनिवार का दिन भगवान शनिदेव को समर्पित किया गया है, यह दिन उनकी पूजा के लिए श्रेष्ठ माना गया है। उनकी पूजा से शनि के दोष दूर होते हैं। इस दिन भगवान शनिदेव की पूजा करने से घर में शांति बनी रहती है और आर्थिक परेशानी कम होती है।
लाभ:
- शनि दोष का निवारण होता है।
- घर में शांति और समृद्धि बनी रहती है।
- जीवन में कठिनाईयों से छुटकारा मिलता है।
7. रविवार – भगवान सूर्य की पूजा
रविवार का दिन विशेष रूप से भगवान सूर्य की पूजा के लिए होता है। सूर्य देवता को जीवन और स्वास्थ्य का प्रतीक माना जाता है। इस दिन सूर्य की पूजा करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
लाभ:
- शरीर और मन की शक्ति में वृद्धि होती है।
- जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- कार्यों में सफलता और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
हफ्ते के हर दिन का महत्व है, और विभिन्न देवताओं की पूजा करने से न केवल घर में सुख और शांति बनी रहती है, बल्कि जीवन में समृद्धि और खुशियाँ भी आती हैं। अगर आप नियमित रूप से इन दिनों में संबंधित देवता की पूजा करते हैं, तो आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और आपका जीवन खुशहाल रहेगा। पूजा के साथ-साथ अच्छे आचार-व्यवहार और ईमानदारी से जीवन जीने का प्रयास भी बहुत महत्वपूर्ण है।